कितने बरस बीत गए
शब्द वो जो कुछ तुम
कुछ हम लम्हों में सहेज गए
कुछ धूप में कुछ स्याह में
उधेड़े और कुछ बुन गए
लम्हें उन्हें पिरो कर
तसव्वुर में सजा गए !!!
$hweta
शब्द वो जो कुछ तुम
कुछ हम लम्हों में सहेज गए
कुछ धूप में कुछ स्याह में
उधेड़े और कुछ बुन गए
लम्हें उन्हें पिरो कर
तसव्वुर में सजा गए !!!
$hweta
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